चंद्रशेखर आजाद जयंती: 15 कोड़े खाए लेकिन वंदे मातरम बोलना नहीं छोड़ा, 14 साल की उम्र में ही दिखा दिए थे बागी तेवर

चंद्रशेखर आजाद बचपन से ही बागी स्वभाव के थे। साल 1920-21 में वह गांधीजी के असहयोग आंदोलन से जुड़ गए थे। बाद में उनका कांग्रेस से मोहभंग हो गया और वह पंडित राम प्रसाद बिस्मिल के संपर्क में आ गए।

Source:- https://www.indiatv.in/india/national/chandra-shekhar-azad-jayanti-he-showed-rebellious-attitude-at-the-age-of-14-2024-07-23-1061942